Friday, January 4, 2008

ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा : ऐजदी भग्यानी

गायक : नरेन्द्र सिंह नेगी
एलबम: ऐजदी भग्यानी




चिठ्युं का आखर अब ज्यू नि बेल मोंदा, बुसील्या रैबार तेरा आस नी बंधौन्दा -२
ऐजदी भग्यानी, ऐजदी भग्यानी -२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२

रांका बाल बाली काली रात नि ब्याणी, मेरी रात नि ब्याणी ।
रात नि ब्याणी, मेरी रात नि ब्याणी ।
उंसी का बुंदुन चुची तीस नि जाणी मेरी तीस नि जाणी ।
तीस नि जाणी मेरी तीस नि जाणी ।
पंद्रह पचिस्या दिन सदानि नि रौंदा -२
ऐजदी भग्यानी अर..र..र..र..र.र..र..रा..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२

रुड्युं का घामुन खैरया आंसूनी सुखदा, भगी आंसूनी सुखदा ।
आंसूनी सुखदा, भगी आंसूनी सुखद ।
जेट की बरखा न पाडु छोयां नी फ़ुटदा भगी छोरि छोयां नी फ़ुटदा ।
छोयां नी फ़ुटदा छोरि छोयां नी फ़ुटदा ।
बारमास फ़ूल खिल्यां डाल्युं मां नि रौंदा-२
ऐजदी भग्यानी छांटो रे छाटो रे छांटो छाटो..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२


आस को आसरो तेरी खुद ज्यूणो सारो, भगी खुद ज्यूणो सारो ।
खुद ज्यूणो सारो, भगी खुद ज्यूणो सारो ।
जथा हिटूं त्वे जथैईं बाटु फारु-फ़ारु, चुची बाटु फारु-फ़ारु ।
बाटु फारु-फ़ारु, चुची बाटु फारु-फ़ारु ।
मन का मन्युल बैठ बैठि नी पुरयोंदा -२
ऐजदी भग्यानी सरर.ररर... सरको रे सरको..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२


दिलै सूण मैन मान घंघतोल म न पोड़, भगी घंघतोल म न पोड़ ।
घंघतोल म न पोड़, भगी घंघतोल म न पोड़ ।
धाकना धरी कि अऊ खैंचताणि छोड़, छोरि खैंचताणि छोड़ ।
खैंचताणि छोड़, छोरि खैंचताणि छोड़ ।
मोल भऊ जांचि पुछी माया नी मोल्योंदा -२
ऐजदी भग्यानी सा..बा.. से साबा.. से..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा, ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा ।
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा, ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा ।

3 comments:

Unknown said...

Bahut Badiya Kala Ji.

Thanks for ur such good work!

पंकज सिंह महर said...

बहुत अच्छा लगा काला जी आपका ब्लाग, नेगी जी के गीतों को आप फोरम पर भी लिखें।

Anonymous said...

I love sandeep bhai very well


dinesh pokhriyal khitta